काले पत्थर से क्यों बनाई गई भगवान राम की मूर्ति ?
राम मंदिर में स्थापित रामलला की मूर्ति सिर्फ 51 इंच रखी गई है। 51 इंच की लंबाई रखने के पीछे की वजह बताई गई कि 5 वर्ष के बालक की लंबाई करीबन 51 इंच ही होती है।
हालांकि भारत में वर्तमान में पांच साल के बच्चों की लंबाई और मोटाई 43 से 45 इंच के आसपास मानी जाती है। लेकिन श्रीराम जिस दौर में पैदा हुए थे उस समय आम लोगों की लंबाई ज्यादा हुआ करती थी और हिंदू धर्म में 51 अंक काफी शुभ भी माना जाता है।
रामलला की मूर्ति को शालिग्राम पत्थर से बनाया गया है और हिंदू धर्म में इसी पत्थर से देवी देवताओं की मूर्ति का निर्माण किया जाता है। हिंदू धर्म में शालिग्राम को सबसे पवित्र पत्थर माना जाता है।
यह भगवान विष्णु का विग्रह रूप है, जो काले रंग के चिकने और अंडाकार होते है। यह पत्थर नदियों के तलो और किनारों में पाए जाते है।